Kobita hindi AI Song
Music Created by AI Song Generator of Style Indian classical
Lyrics
कविता तुम मेरी, दिल के अंदर की,
जब अकेला होता हूँ, मुस्कान में करता हूँ बात,
कविता तुम मेरी, दिल के अंदर की।
अंधेरी रात के सपने तुम हो मेरी,
खुशियों का गीत, तुम्हें सोचते ही दिल को सुकून मिलता है,
तुम्हारे लिए ही लिखता हूँ हज़ारों गीत,
कविता तुम मेरी, दिल के अंदर की।
सपना तुम मेरा, गहरी रात का,
दिल की रानी मेरी, आंखों की पुतली,
तुम्हें ही चाहता हूँ मैं, जीवन की साथी,
कविता तुम मेरी।
जब सूरज डूब जाएगा, चाँद बनकर रोशनी देना,
दुनिया को घूमकर आऊँगा मैं, तुम्हारे उजाले में,
कविता तुम मेरी।
सुनहरी रंग का चाँद तुम हो मेरी,
ठंडी रोशनी तुम्हारी,
जिसके गिरने से मेरे शरीर पर
मन को शांति और दिल को सुकून मिलता है,
कविता तुम मेरी, कविता तुम मेरी,
कविता तुम मेरी।